« Unrequited Love ! | कटता है अज्ञान का बंधन धीरे धीरे धीरे धीरे . » |
हम भी है प्यार में. . .
Hindi Poetry |
रेशम से उसके बाल है,
दूर से देखता हूँ तो लगता है…
जैसे सोने के तार है; (१)
आँखों में जैसे उसकी बिजली चमकती है,
चलती है तो कोई अप्सरा लगती है; (२)
कितनी मीठी है बाते उसकी,
सुना था कल… लेकिन,
लगता है आज ही सुनी है; (३)
जब भी उसे सोचता था,
तो नींद से उठ जाता था;
जब उसे देखा तो पता चला,
कि… कभी सोया ही नहीं था; (४)
उसकी एक झलक देखने के लिए
मै कितना बेताब था…!
उसे देखा तब पता चला,
शायद… उसके लिए ही मै जीता था; (५)
उसे पाना ही मेरा सपना है,
उसे पा कर ही ज़िन्दगी जीने में मज़ा है; (६)
दुःख कभी मिले ना उसे, बल्कि…
मेरा सुख भी मिल जाए उसे;
जीवन में रब से यही तो एक दुआ है,
कि… वो जो चाहे, मिल जाए उसे; (७)
यह सुन कर तुम्हे भी लगेगा……
“मिलन है प्यार में – जुदाई है प्यार में,
ख़ुशी है प्यार में – ग़म है प्यार में,
जीत है प्यार में – हार है प्यार में,
दुआ है प्यार में – दर्द है प्यार में,
हमे सब कुछ पता है, लेकिन क्या करे…?
हम भी है प्यार में…!”
-अमित टी. शाह (Mas)
25th Februry 2012
अच्छा प्रयास और रचना
मनभावन
पर लगा जैसे “जैसे” की जरूरत नहीं है
आँखों में उसके बिजली चमकती है,
चलती है तो कोई अप्सरा लगती है;
हु = हूँ बल्के = बल्कि
@Vishvnand, Thank you very much Sir for the correction…! I had made such changes…! Thanks for your kind support always.. 🙂