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— / खो गया है मेरा यार कही /—
Hindi Poetry |
दिख जाये तो मुझको बताना ,खो गया है मेरा यार कही /
लो पहले मै नाम बता दू /
चलने का अंदाज बता दू /
सुर से सुर मिल बनता संगीत /
ऐसे नाम वाला मेरा है मीत /
लय ताल का तोडती हुई अभिमान ,बजे पाजेब की झंकार कही /
दिख जाये तो मुझको बताना ,खो गया है मेरा यार कही /
नागिन सी खा कर बल /
चलती है हिरनी सी चंचल /
महक फिजा में आ जाये ,आने से किसी के आये बहार कही /
दिख जाये तो मुझको बताना ,खो गया है मेरा यार कही /
हंस दे वो गर खिलखिलके /
टूटे तारे झिलमिलाते /
शर्म हया से झुकी पलके ,पलकों में पलता प्यार कही /
दिख जाये तो मुझको बताना ,खो गया है मेरा यार कही /
जुल्फों से करती है इर्ष्या /
काली बदली भूली वर्षा /
उलझे उलझे गेसुओ से करती हुई बोछार कही /
दिख जाये तो मुझको बताना ,खो गया है मेरा यार कही /
रूप ऐसा जन्नत की हूर/
वाणी जैसे वीणा के सुर /
मदमाता मधुरस घोलता मिल जाये शब्दकार कही /
दिख जाये तो मुझको बताना ,खो गया है मेरा यार कही /
Nice one… 🙂
@amit478874,
धन्यवाद अमितजी
kyon ye kah tum rahe ho duniya pahle vo yaar ko tere dekhe.
ishq sachcha hai to yahi hai bazaa yaar se kuchh nahin pare dekhe.
@s n singh,
धन्यवाद सिंह साहब
अच्छी रचना
मन भायी
लगता है खो गया कहाँ नहीं
मिला ही नहीं है ऐसा अब तक आपको यार कोई ….
स्व . श्री सुर सागर जगमोहन जी का गाया एक सुरीला गीत याद आ गया
“खयालों ही ख़यालों में किसीसे प्यार करता हूँ
कभी देखा नहीं आंखोसे उसको जिसपे मरता हूँ “
@Vishvnand,
dhanywad Vishvnandji