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पत्थर बन गया है दिल आज…
Hindi Poetry |
पत्थर बन गया है दिल आज…
रोने की कोई आस नहीं; (१)
जल रहे है हम आज…
फिरभी हालत हमारे बेबस नहीं;(२)
बरसने दो असमान से पानी आज…
पिने की कोई प्यास नहीं;(३)
बदल गयी है दुनिया और…
बदल गए है दुनिया वाले आज…
परायों की तो बात ही क्या करे…
आज तो अपना भी कोई पास नहीं;(४)
साँसे चल रही है आज भी…
पर हर-पल मौत का पैगाम सुनाती है,
जी रहे है हम आज…
पर वजह कुछ ख़ास नहीं;(५)
बदल गया है तू भी कितना…
आईने में अपनी सूरत तो देख,
आँखों मै नमी है और होठों पे हंसी है आज…
पर खुद पे ज़रासा भी विश्वास नहीं;(६)
मैं ये कैसे कह दूँ कि ये अच्छा प्रयास नहीं
.थोडा और मान्जिये कलम को तो मज़ा दोबाला हो जाये.
good attempt,,just needs a little furnishing 🙂 keep sharing
साँसे चल रही है आज भी…
पर हर-पल मौत का पैगाम सुनाती है,
जी रहे है हम आज…
पर वजह कुछ ख़ास नहीं;(५)
wah bahut khub kaha hai
Thank you very much for the coments…
सिद्ध नाथ सिंह जी से पूर्ण सहमति.
Thank you…Please keep giving such an important advises to help me to present the best in future….
Thanx to u & Siddhanathsingh…!
Thank you…Will try to present the best ….!